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उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित, इसलिए मिला पुरस्कार…

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उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित, इसलिए मिला पुरस्कार…

उत्तराखंड मुक्त विश्वविद्यालय से जुड़ी बड़ी खबर आ रही है। आज अंतर्राष्‍ट्रीय दिव्‍यांगजन दिवस पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने विवि को दिल्ली में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है। ये पुरस्कार विवि को देश में पुनर्वास पेशेवरों के विकास में योगदान देने के लिए दिया गया। जिसे कुलपति प्रो ओपीएस नेगी ग्रहण किया है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू शनिवार को अंतरराष्ट्रीय दिव्यांग दिवस पर दिव्यांगों के सशक्तिकरण की दिशा में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किए।  इसमें व्यक्तियों के अलावा दिव्यांगों के लिए काम करने वाले संस्थानों, संगठनों, राज्यों और जिलों को भी पुरस्कृत किया गया। जिसके तहत उत्‍तराखण्‍ड मुक्‍त विश्‍विद्यायल को राष्‍ट्रीय पुरस्‍कार 2021 से सम्‍मानित किया गया।

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बताया जा रहा है कि इस पुरस्‍कार के लिए देशभर के 844 संस्‍थानों (संगठनों)  ने आवेदन किया था। जिसमें से उत्‍त्‍राखंण्‍ड मुक्‍त विश्‍वविद्यालय को चुना गया।  देश के सामाजिक न्याय अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेंद्र कुमार की उपस्थिति में राष्‍ट्रपति मुर्मू के हाथों से यह पुरस्‍कार विश्‍वविद्यालय के कुलपति प्रो0 ओ0 पी0 एस0 नेगी द्वारा लिया गया। यूओयू के सर्वश्रेष्‍ठ संगठन के रूप में चयन होने पर इसे पूरे राज्‍य के लिए गौरव की बात कहा गया है।

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वहीं कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र के एक अनुमान के अनुसार, दुनिया में एक अरब से अधिक लोग विकलांग हैं। इसका मतलब है कि दुनिया का लगभग हर आठवां व्यक्ति किसी न किसी रूप में विकलांग है। भारत की दो प्रतिशत से अधिक जनसंख्या विकलांग व्यक्तियों की है। इसलिए, यह सुनिश्चित करना सभी का दायित्व बनता है कि विकलांग व्यक्ति स्वतंत्र रूप से एक सम्मानित जीवन जी सकें।

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