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सहकारिता से आत्मनिर्भर भारत निर्माण का नया अध्याय लिख रहा उत्तराखण्ड : डॉ. धन सिंह रावत

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सहकारिता से आत्मनिर्भर भारत निर्माण का नया अध्याय लिख रहा उत्तराखण्ड : डॉ. धन सिंह रावत

रुद्रप्रयाग: अंतर्राष्ट्रीय सहकारिता वर्ष-2025 के अंतर्गत उत्तराखण्ड में सहकारिता की भावना को जन-जन तक पहुँचाने हेतु प्रदेशभर में सहकारिता मेलों का सफल आयोजन किया जा रहा है। जनपद पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा एवं बागेश्वर में सहकारिता मेले सकुशल संपन्न हो चुके हैं, जबकि रुद्रप्रयाग एवं पिथौरागढ़ में यह आयोजन जनसहभागिता के साथ निरंतर जारी है।
इसी क्रम में रुद्रप्रयाग के गुलाबराय क्रीड़ा मैदान में आयोजित सहकारिता मेला-2025 के पंचम और अंतिम दिवस के अवसर पर डॉ. धन सिंह रावत, सहकारिता, उच्च शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री, उत्तराखण्ड सरकार ने वर्चुअल माध्यम से जनसमूह को संबोधित किया।

“सहकारिता आंदोलन आत्मनिर्भर भारत का सशक्त आधार” डॉ. धन सिंह रावत

माननीय सहकारिता मंत्री डॉ. रावत ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में भारत में सहकारिता एक जनांदोलन का रूप ले चुकी है। उन्होंने कहा कि “सहकारिता केवल आर्थिक गतिविधि नहीं, बल्कि सामाजिक समरसता और सामूहिक प्रगति का माध्यम है, जिसके बल पर उत्तराखण्ड आत्मनिर्भर भारत निर्माण में अग्रणी भूमिका निभा रहा है।”

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डॉ. रावत ने बताया कि वर्तमान में प्रदेश में लगभग 30 लाख सहकारी सदस्य सक्रिय हैं और सरकार का लक्ष्य आगामी वर्षों में इस संख्या को 50 लाख तक विस्तारित करने का है। उन्होंने कहा कि राज्य में सहकारिता के माध्यम से रोजगार सृजन, पलायन रोकथाम, ग्रामीण आजीविका संवर्धन तथा महिलाओं की आर्थिक सशक्तिकरण की दिशा में उल्लेखनीय कार्य हो रहे हैं।

उन्होंने रुद्रप्रयाग एवं पिथौरागढ़ जनपदों में चल रहे सहकारिता मेलों की सराहना करते हुए कहा कि इन आयोजनों के माध्यम से स्थानीय उत्पादों, स्वयं सहायता समूहों तथा सहकारी समितियों को अपने कार्यों का प्रदर्शन करने और विपणन के नए अवसर मिल रहे हैं।

प्रदेश में सहकारिता की गूंज : हर जनपद में सहभागिता और समृद्धि

डॉ. रावत ने बताया कि पौड़ी गढ़वाल, अल्मोड़ा और बागेश्वर में आयोजित सहकारिता मेलों ने व्यापक जनसहभागिता और आर्थिक जागरूकता को जन्म दिया है।
इन मेलों में किसानों, स्वयं सहायता समूहों, महिला समितियों और युवाओं को विभिन्न योजनाओं जैसे पैक्स कंप्यूटरीकरण, मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना, किसान कल्याण योजना और माइक्रो एटीएम वितरण कार्यक्रम की जानकारी दी जा रही है।

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रुद्रप्रयाग मेला-2025 के पंचम दिवस में श्रीमती पूनम कठैत (अध्यक्ष, जिला पंचायत) एवं मा० श्री भरत चौधरी (विधायक, रुद्रप्रयाग) द्वारा उद्घाटन किया गया।
अध्यक्षता मा० श्री भारत भूषण (जिला अध्यक्ष, भाजपा) द्वारा की गई।

सांस्कृतिक कार्यक्रमों में स्थानीय विद्यालयों के छात्र-छात्राओं, महिला समूहों एवं कलाकारों ने पारंपरिक लोकगीतों और नृत्यों की शानदार प्रस्तुतियाँ दीं।
तकनीकी सत्र में पैक्स कंप्यूटरीकरण एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना की विस्तृत जानकारी दी गई।

मेले में 05 बहुउद्देशीय सहकारी समितियों के माध्यम से 34 कृषकों को ₹39.31 लाख तथा 01 महिला समूह को ₹4 लाख के चेक वितरित किए गए।
साथ ही नगरासू, नवासू, बरसूड़ी, फाटा एवं उच्छादुगी एमपैक्स समितियों को माइक्रो एटीएम प्रदान किए गए।

सांस्कृतिक सत्र में सरस्वती शिशु मंदिर सतेराखाल के विद्यार्थियों द्वारा “जीत बग्डवाल एवं माधो सिंह भंडारी” पर आधारित लोकनाट्य प्रस्तुत किया गया।
सरस्वती विद्या मंदिर बेलनी की छात्राओं सहित श्रीमती आरती रावत, कुमारी खुशी नेगी एवं श्रीमती अनीता देवी द्वारा प्रस्तुत लोकगीतों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया।

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तकनीकी सत्र में श्री राजेश चौहान (सहायक निबंधक, मुख्यालय), श्री रणजीत सिंह राणा (जिला सहायक निबंधक) एवं श्री सूर्य प्रकाश सिंह (सचिव/महाप्रबंधक) द्वारा पैक्स कंप्यूटरीकरण एवं मुख्यमंत्री स्वरोजगार योजना से संबंधित तकनीकी जानकारी साझा की गई।

कार्यक्रम के अंत में मा० सहकारिता मंत्री डॉ. धन सिंह रावत के प्रति धन्यवाद ज्ञापन किया गया तथा सहकारिता विभाग, जिला प्रशासन एवं मीडिया प्रतिनिधियों के सहयोग के लिए आभार व्यक्त किया गया।
कार्यक्रम का संचालन श्री किशन सिंह रावत, अनुदेशक, जिला सेवायोजन कार्यालय, रुद्रप्रयाग द्वारा किया गया।

श्रीमती विनीता देवी (अध्यक्ष, नगर पंचायत तिलवाड़ा),
श्री सुबोध बगवाड़ी (जिला पंचायत सदस्य),
श्रीमती सी.पी. चमोली (लोकपाल, मनरेगा),
श्री गजेन्द्र रावत (निवर्तमान अध्यक्ष, जिला सहकारी बैंक चमोली),
श्री बाचस्पति सेमवाल (पूर्व सदस्य, बाल अधिकार संरक्षण आयोग बड़ी संख्या में ग्रामीण क्षेत्रवासी सहकारिता विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।

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