Connect with us

उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की धूम सोशल मीडिया पर भी छायी, ये हुआ ट्रेंड…

उत्तराखंड

उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की धूम सोशल मीडिया पर भी छायी, ये हुआ ट्रेंड…

देहरादून में शुरु हुए उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट की धूम वैश्विक व्यापारिक गलियारों के साथ ही सोशल मीडिया पर भी छायी रही। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के उत्तराखण्ड पहुंचते ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर #ModiInUKInvestorSummit नंम्बर 1 पर ट्रेंड करने लगा। इसके साथ ही #DestinationUttarakhand भी ट्रेंडिंग लिस्ट में शामिल रहा।

खास बात यह है कि इन हैशटैग की ट्रेंडिंग 12 घंटों तक लगातार बनी रही। उत्तराखण्ड के साथ ही देश की बड़ी हस्तियों व उद्योग समूहों से जुड़े प्रतिनिधियों ने भी सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म पर समिट से संबंधित पोस्ट किए। उत्तराखण्ड में इतने बड़े स्तर पर पहली बार मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है जो और भी खास तब बन गया जब समिट के पहले दिन ही ₹44 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट एमओयू की ग्राउंडिंग हो गई।

यह भी पढ़ें 👉  सीएम धामी ने राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे के अवसर पर प्रदेशभर से आए चिकित्सकों को सम्मानित किया

बताया जा रहा है कि उत्तराखण्ड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के पहले दिन आज डेनमार्क, इजिप्ट, एरिट्रिया, जिबूती, इथोपिया, घाना, ग्रीस, गुयाना, जैमेका, कजाखस्तान, Lao PDR, लेसोथो, मलावी, मालदीव सहित कई देशों के राजदूत शामिल हुए। वहीं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने शाम निम्बुवाला गढ़ी कैन्ट, देहरादून में हिमालयन सांस्कृतिक केन्द्र द्वारा आयोजित सांस्कृतिक संध्या कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कहा कि हमारी लोक संस्कृति की परंपरा देवभूमि की पहचान है।

यह भी पढ़ें 👉  जिलाधिकारी ने यमुनोत्री हाइवे पर ओजारी और स्यानचट्टी क्षेत्रों का निरीक्षण किया

उन्होंने कहा कि राज्य की समृद्ध लोक संस्कृति एवं परम्पराओं को बढ़ावा देने के लिए हम प्रयासरत हैं। हमारी युवा पीढ़ी अपनी लोक कला एवं लोक संस्कृति से जुड़े इसकी भी जरूरत है। उन्होंने ऐसे आयोजनों को लोककला को बढ़ावा देने तथा युवा कलाकारों को प्रोत्साहन देने वाला बताया। इस अवसर पर मुख्य सचिव डॉ. एस.एस. संधू, सचिव रविनाथ रमन, हरिचन्द सेमवाल, निदेशक संस्कृति बीना भट्ट सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।

यह भी पढ़ें 👉  2030 तक भारत में 70% चौबीस घंटे स्वच्छ बिजली संभव, हर साल 9 हज़ार करोड़ की बचत
Continue Reading
Advertisement
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखंड

उत्तराखंड

उत्तराखंड

ADVERTISEMENT

Advertisement

ट्रेंडिंग खबरें

To Top