उत्तराखंड
देवभूमि रजत जयंती उत्सव में सौरभ मैठाणी के गीतों ने बांधा शमा
हरिद्वार 30 अक्टूबर- राज्य स्थापना के रजत जयंती उत्सव के अवसर पर आयोजित सांस्कृतिक संध्या यादगार बन गई, जब युवा गायक सौरभ मैठाणी ने अपने सुरों से पूरे वातावरण को भावनाओं और उत्साह से भर दिया।
उनकी मधुर आवाज़ ने श्रोताओं के दिलों को छू लिया। कभी लोकधुनों की मिठास बिखरी तो कभी देशभक्ति की तरंगों ने मंच और मैदान दोनों को जोश से भर दिया।
मैठाणी के गीतों पर दर्शक स्वयं को झूमने से न रोक से और मैठाणी ए साथ जमकर थिरके, बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक सभी ने तालियां बजाकर उनका उत्साह बढ़ाया। हर सुर के साथ जैसे पर्वतीय संस्कृति की आत्मा सजीव हो उठी। इसके साथ ही युवा गायक सचिन भारद्वाज, वी. नौटियाल द्वारा भी मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई।
नृत्यगान समूह देहरादून द्वारा मानो तो गंगा मां हूँ, ओम जय जगदीश हरे पर सभी दर्शकों को भक्तिमय कर दिया। कलाकारों द्वारा धार्मिक व सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से दर्शकों को भाव विभोर कर दिया।
कलाकारों द्वारा दी गई मनमोहक प्रस्तुति पर सभी दर्शकों द्वारा खूब सराहा गया
कार्यक्रम स्थल देर रात्रि तक गीतों की गूंज और उमंग से सराबोर रहा।
