उत्तराखंड
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पुलिस लाइन में राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली…
देहरादून : उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार को पुलिस लाईन, देहरादून में आयोजित मुख्य कार्यक्रम में राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रतिभाग किया। इस अवसर पर राज्यपाल ने रैतिक परेड का निरीक्षण कर सलामी ली। राज्यपाल ने विशिष्ट सेवाओं के लिए ‘राष्ट्रपति पुलिस पदक’ एवं ‘पुलिस पदक’ प्राप्त पुलिस अधिकारियों को सम्मानित भी किया।
इस अवसर पर माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने वीडियो संदेश के द्वारा सभी प्रदेशवासियों को बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर राज्यपाल एवं मुख्यमंत्री द्वारा सूचना एवं लोक संपर्क विभाग की पत्रिका ‘‘संकल्प सतत विकास का’’ एवं ‘‘उत्तराखण्ड पुलिस पत्रिका-2024’’ का विमोचन किया गया। कार्यक्रम में पुलिस विभाग द्वारा विशिष्ट साहसिक प्रदर्शन किया गया, इसमें विशेष रूप से श्वान दल द्वारा किए गए उत्कृष्ट प्रदर्शन ने उपस्थित दर्शकों को रोमांचित कर दिया।
राज्य स्थापना दिवस कार्यक्रम में इस वर्ष का उत्तराखण्ड गौरव सम्मान भारत के चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ जनरल अनिल चौहान, लोक गायक प्रीतम भर्तवाण, समाज सुधारक एवं आध्यात्मिक गुरु माता मंगला, अभिनेता हेमंत पांडेय और वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. महेश कुड़ियाल को दिया गया। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) एवं मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी ने उत्तराखण्ड गौरव सम्मान पुरस्कार-2024 के महानुभावों को सम्मानित किया।
राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर बधाई एवं शुभकामनाएं देते हुए उत्तराखण्ड राज्य आंदोलन से जुड़े सभी ज्ञात-अज्ञात अमर शहीदों और आंदोलनकारियों को नमन किया।
राज्यपाल ने कहा कि राज्य स्थापना दिवस पर हम सभी एक संकल्प अवश्य लें। हम अपने युवाओं को हर प्रकार के नशे और ड्रग्स की आदतों से दूर रखने का प्रयास करें। इसके लिए उत्तराखण्ड पुलिस को समाज के सभी वर्गों के साथ मिलकर पहल करनी होगी। उन्होंने कहा कि ड्रग्स फ्री उत्तराखण्ड के निर्माण में सभी अपना योगदान दें, ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी को उज्ज्वल भविष्य के लिए एक सुरक्षित वातावरण मिल सके।
अपने संबोधन में राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड आज विकास के कई पैमानों में देश के अग्रणी राज्यों में से एक है। हमारे प्रदेश में सड़क, बिजली, पानी, स्वास्थ्य, शिक्षा, वित्तीय समावेश, सामाजिक सुरक्षा से जुड़े हर एक क्षेत्र में बहुत बड़ा बदलाव आ रहा है। सभी के सामूहिक प्रयासों से हमारा प्रदेश प्रगति के पथ पर निरंतर अग्रसर है, लेकिन अभी भी बहुत कुछ किया जाना बाकी है, जिसके लिए हम सभी का सामूहिक योगदान जरूरी है।
राज्य स्थापना दिवस के अवसर पर प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए नौ आग्रह के संबंध में राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री जी ने हमसे जो नौ आग्रह किए हैं वह हमारे लिए नौ संकल्पों के समान है और हम इन संकल्पों का शत-प्रतिशत अनुपालन सुनिश्चित करेंगे।
राज्यपाल ने कहा कि हमारे राज्य की तरक्की का मंत्र खेती, बागवानी, एरोमैटिक खेती, शहद उत्पादन, होम स्टे, पर्यटन, योग और वेलनेस सेक्टर में समाहित है। इन क्षेत्रों में अच्छा काम कर हम अपने गांव में रोजगार के साथ समृद्धि ला सकते है। जो गांव आज पलायन के कारण घोस्ट विलेज कहे जाते है, उनको होस्ट विलेज बनाना हमारा कर्तव्य है।
उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड की दुर्गम भौगोलिक स्थिति के कारण यहां लोगों को जन-सुविधाएं देने के लिए टेक्नोलॉजी, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस, इंटरनेट की सेवाएं बढ़ाना बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि विगत दिनों अल्मोड़ा में हुई सड़क दुर्घटना से सबक सीखकर प्रभावशाली कदम उठाए जाने आवश्यक हैं।
राज्यपाल ने कहा कि उत्तराखण्ड में होम स्टे योजना से राज्य के पर्यटन व्यवसाय में एक नई क्रांति आ रही है। इस योजना से न केवल ग्रामीण क्षेत्रों में स्वरोजगार के नए अवसर उत्पन्न हो रहे हैं, बल्कि इससे ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिल रही है। सीमावर्ती गांवों के सर्वांगीण विकास के लिए 51 गांवों में चल रही वाइब्रेंट विलेज योजना रिवर्स पलायन के लक्ष्य को पूरा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही है।
राज्यपाल ने कहा कि आज हम राज्य स्थापना के बाद अपने 24 वर्षों की उपलब्धियों का उत्सव मना रहे हैं। हमें नए संकल्पों के साथ उत्तराखण्ड को देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बनाने के लिए पूरे उत्साह, ऊर्जा और सामर्थ्य से अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना है।
इस अवसर पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल ‘निशंक’, कैबिनेट मंत्री गणेश जोशी, डॉ. धन सिंह रावत, सांसद श्रीमती माला राज्यलक्ष्मी शाह, राज्यसभा सांसद महेन्द्र भट्ट, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती मधु चौहान, विधायक बंशीधर भगत, विधायक खजान दास, मुख्य सचिव श्रीमती राधा रतूड़ी, डीजीपी अभिनव कुमार सहित शासन, पुलिस एवं जिला प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी एवं अन्य महानुभाव उपस्थित थे।