उत्तराखंड
जल जीवन मिशन में भुगतान में हो रही देरी और बिना भुगतान के काम पूरा करने का ठेकेदारों पर दबाव
देहरादून: देवभूमि जल शक्ति कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन द्वारा हरिद्वार बाइपास स्थित एक होटल में प्रेस वार्ता का आयोजन किया गया । इस प्रेस वार्ता को देवभूमि जल शक्ति कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित अग्रवाल एवं अन्य सदस्यों ने संबोधित किया।
अध्यक्ष अमित अग्रवाल ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा हमारे माननीय प्रधानमंत्री जी का लक्ष्य हर घर जल, हर घर तक नल पहुंचना था जिसको हमारे प्रदेश सरकार में माननीय मुख्यमंत्री जी द्वारा जल जीवन मिशन कार्यक्रम के अंतर्गत कार्यों को करवाने के लिए अथक प्रयास किए गए जिसमें हमारे ठेकेदारों ने काफी तेजी से कार्य किया। परंतु वन भूमि का परमिशन न मिलाना, जलस्यों के लिए भूमि समय से ना मिल पाने के कारण कार्यों में देरी आई। वेरिएशन न बनने के कारण फिजिकल प्रोग्रेस नहीं मिल पा रही है एवं केंद्र सरकार से पैसा ना आने के कारण फाइनेंशियल प्रोग्रेस भी नहीं मिल पा रही है।
इन सभी प्रोजेक्ट के ठेकेदार दोनों तरफ से फंस चुके है फंड न आने के कारण एवं समय पर काम करने का दबाव बनता जा रहा है। अब ठेकेदारों का फाइनेंशियल स्थिति इतनी बिगड़ चुकी है की वे लेबर, स्टाफ ,मशीनरी एवं अन्य वेंडरों को पेमेंट करने तक की स्थिति में नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि योजनाओं में ठेकेदार द्वारा किए गए काम जो की अधूरे हैं, नलों में पानी न होने के कारण या सड़क भराई न होने के कारण जनता में काफी रोष भी है और जनता की नाराजगी ठेकेदारों को उठानी पर रही है।
अध्यक्ष अमित अग्रवाल ने कहा कि जल जीवन मिशन के काम में ठेकेदारों का करीब दो हजार करोड़ का भुगतान किया जाना है। बिना बजट भुगतान के ही ठेकेदारों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ड्रीम प्रोजेक्ट और सामाजिक कार्य के लिहाज से 80 से लेकर 95 प्रतिशत तक काम पूरे कर दिए हैं। इसके बाद भी समय पर भुगतान नहीं किया जा रहा है।
देवभूमि जल शक्ति कांट्रेक्टर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष अमित अग्रवाल ने माननीय मुख्यमंत्री जी को हस्तक्षेप करने को कहा एवं विभागों से आग्रह किया है कि पेमेंट जारी किया जाए, हमारे ठेकेदारों की वित्तीय स्थिति बहुत ही खराब हो चुकी है और जनता के गुस्सा का सामना भी करना पड़ रहा है।
कार्यक्रम में सचिन मित्तल, सूरत राम शर्मा, सुल्तान सिंह पवार, सुनील गुप्ता, सौरभ गोयल, संदीप मित्तल, शैलेंद्र मोहन भगत एवं सिंगल जी उपस्थित रहे।