Connect with us

सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर किए बंद, जानें कारण…

उत्तराखंड

सरकार का बड़ा एक्शन, 70 लाख मोबाइल नंबर किए बंद, जानें कारण…

केन्द्र सरकार ने एक बड़ा एक्शन लेते हुए 70 लाख मोबाइल नंबर को सस्पेंड कर दिया है। यानी इन मोबाइल नंबर का इस्तेमाल पूरी तरह से बंद कर दिया गया है।अब आपके जेहन में ही यही सवाल आ रहा होगा कि आखिर सरकार की ओर से यह कदम क्यों उठाया गया है। दरअसल, यह कदम बढ़ते डिजिटल फ्रॉड को देखते हुए उठाया गया है। सस्पेंड किए गए ये वे मोबाइल नंबर थे, जो किसी तरह के संदिग्ध लेन-देन से जुड़े थे।

यह भी पढ़ें 👉  शुक्रवार को प्रभावित क्षेत्र में बिजली, पानी, संचार नेटवर्क बहाल

बताया जा रहा है कि सरकार ने इंटरनेट के समय में डिजिटल पेमेंट को लेकर हो रही धोखाधड़ी को देखते हुए ऐसा किया गया है। यह जानकारी डिजिटल पेमेंट को लेकर धोखाधड़ी और इससे जुड़े मुद्दों पर बैठक के बाद दी गई है। इतना ही नहीं सरकार ने डिजिटल फ्रॉड के बढ़ते मामलों को देखते हुए बैंकों को भी निर्देश दिए गए हैं। बैंकों को उनकी प्रक्रियाओं और प्रणालियों को पहले से मजबूत बनाने को कहा गया है। इसी के साथ मामले पर अगली बैठक अगले साल जनवरी में रखी गई है।

यह भी पढ़ें 👉  मुख्यमंत्री के जन सेवा संकल्प को देहरादून प्रशासन दे रहा गति, जनता की समस्याओं पर त्वरित कार्रवाई… 

वित्तीय सेवा सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में इस बात पर भी चर्चा हुई कि साइबर धोखाधड़ी को रोकने के लिए विभिन्न एजेंसियों के बीच बेहतर समन्वय कैसे सुनिश्चित किया जाए। भोले-भाले ग्राहकों को ठगे जाने से बचाने के लिए समाज में साइबर धोखाधड़ी के बारे में जागरूकता पैदा करने की जरूरत है। बैठक के दौरान, भारतीय साइबर अपराध समन्वय केंद्र ने राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल (एनसीआरपी) में रिपोर्ट किए गए डिजिटल भुगतान धोखाधड़ी के नवीनतम आंकड़ों पर एक प्रस्तुति दी, जिसमें ऐसे मामलों से निपटने में आने वाली चुनौतियां और मुद्दे शामिल थे

यह भी पढ़ें 👉  मणिपाल अस्पताल के डॉक्टरों ने बचाई 30 साल की एक महिला की जान
Continue Reading
Advertisement
Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

More in उत्तराखंड

उत्तराखंड

उत्तराखंड

ADVERTISEMENT

Advertisement
Advertisement

ट्रेंडिंग खबरें

ADVERTISEMENT

Advertisement
To Top